Sunday, September 12, 2010

जानता हूँ छोड़ना पड़ेगा एक दिन - Janta Hoon Chhodna Padega Ek Din -






































जानता हूँ छोड़ना पड़ेगा एक दिन तुझे मेरा हाथ अपने हाथो में लेकर
जाना चाहता हूँ मैं वो वक़्त आने से पहले तेरी यादे लेकर
हंसती थी खिलखिलाकर जब तुम बातो पे मेरी
जाना चाहता हूँ साथ अपने तुम्हारे वो ठहाके लेकर
याद आएगा वो लम्हा पल पल मुझको
थामा था जब तेरा हाथ दोस्ती करने के इरादे लेकर
इस से पहले के टूट जाये मजबूर होके
जाना चाहता हूँ साथ अपने वो तेरे वादे लेकर
हमेशा याद बनके रहेगा साथ तेरे "आदित्य"
जाना चाहता हूँ तुझको ये वादा देकर
जानता हूँ छोड़ना पड़ेगा एक दिन तुझे मेरा हाथ अपने हाथो में लेकर
बस जाना चाहता हूँ मैं वो वक़्त आने से पहले तेरी यादे लेकर

1 comment: