खुदा जानता है कितना रोया है "आदित्य" जब ख्याल आया मुझे छोड़ के तेरे जाने का
बता मेरे खुदा क्या कसूर मेरा क्यों नहीं ले सकता मैं ख्याल उसे पाने का
जानता था ना तू कि वो जिन्दगी है मेरी नहीं जी सकता उस के बिन
कर के उसे मुझ से जुदा क्या तरीका ढूंढा मुझे मेरी जिन्दगी से हराने का
बहुत रुलाया है तूने उस से मुझे जुदा कर एक -एक आंसू का हिसाब लूँगा
जल्द ही तेरे पास आउगा फिर ना कोई तरीका होगा पास तेरे मुझे मनाने का
मेरी जिन्दगी भी छीन ले तब भी तू उसे मेरे दिल से जुदा कर नहीं सकता
क्या कहू मुझ से जुदा करने का और शुक्रिया उसे मेरी जिन्दगी में लाने का
बता मेरे खुदा क्या कसूर मेरा क्यों नहीं ले सकता मैं ख्याल उसे पाने का
जानता था ना तू कि वो जिन्दगी है मेरी नहीं जी सकता उस के बिन
कर के उसे मुझ से जुदा क्या तरीका ढूंढा मुझे मेरी जिन्दगी से हराने का
बहुत रुलाया है तूने उस से मुझे जुदा कर एक -एक आंसू का हिसाब लूँगा
जल्द ही तेरे पास आउगा फिर ना कोई तरीका होगा पास तेरे मुझे मनाने का
मेरी जिन्दगी भी छीन ले तब भी तू उसे मेरे दिल से जुदा कर नहीं सकता
क्या कहू मुझ से जुदा करने का और शुक्रिया उसे मेरी जिन्दगी में लाने का
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