Saturday, December 25, 2010

दोस्ती के मायने - Dosti Ke Mayne - The Meaning Of Friendship

आज कि दुनिया कि दोस्ती के मायने मुझको समझा दो यारो
होती है क्या दोस्ती मुझको भी बता दो यारो
दोस्ती एक खेल बन के रह गया है शायद
खेल खेल मे दिल तोड़ने कि ये अदा मुझको भी सिखा दो यारो
दोस्ती को दोस्ती ही रहने दो बदलो ना इसे खेल मे
या तो इसका नाम ही दुनिया से मिटा दो यारो
दिल तो आखिर दिल है उसे क्या पता वो किस ज़माने मे जी रहा है
इतनी सी भूल कि ना इतनी बड़ी सज़ा दो यारो
बहुत से लोग पहने मुखोटा दोस्ती का दिल को आपके लूटने को तैयार बैठे है
लूट ले जाये वो जिन्दगी ही इस से पहले उनको पहचानो यारो
इस से पहले कि "आदित्य" नफरत सी हो जाये दोस्ती के नाम से
संभालो इस रिश्ते को संभालो यारो ............संभालो यारो !
**आदित्य सकलानी**

4 comments:

  1. आपके ब्लॉग पर आकर अच्छा लगा. हिंदी लेखन को बढ़ावा देने के लिए आपका आभार. आपका ब्लॉग दिनोदिन उन्नति की ओर अग्रसर हो, आपकी लेखन विधा प्रशंसनीय है. आप हमारे ब्लॉग पर भी अवश्य पधारें, यदि हमारा प्रयास आपको पसंद आये तो "अनुसरण कर्ता" बनकर हमारा उत्साहवर्धन अवश्य करें. साथ ही अपने अमूल्य सुझावों से हमें अवगत भी कराएँ, ताकि इस मंच को हम नयी दिशा दे सकें. धन्यवाद . आपकी प्रतीक्षा में ....
    भारतीय ब्लॉग लेखक मंच
    माफियाओं के चंगुल में ब्लागिंग

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  2. aap bahut achi poems likhte m fan of ur poetry bt maine dekha apne dec ke bad kuch nai likh........pls aap likhiye hme bahut2 khushi milegi.........pls bhagwan apko bahut2 khushiyan de aur saflta aap ke kadam chume........i hope ki hme apki agli poem jald hi pdne ko mile.

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  3. Ridhima : Main Khud Hi Ehtihatn Is Gli Se Km Guzarta Hoon....Na Jane Kis Gli Me Jindgi Ki Sham Ho Jaye

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  4. हरीश सिंह जी
    मेरे ब्लॉग में आके उत्साह बढ़ाने के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद

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